Verifying video materials should be a routine part of reporting, but knowing how to use the digital tools to verify fake content is just one part of the skill. The creative techniques behind video verification are even more important.
डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके हरेक सामग्री को सत्यापित करने की भी एक सीमा है। हर मामले में एल्गोरिदम कारगर हो, ऐसा जरूरी नहीं। कोई चाहे तो एल्गोरिदम को झांसा देने वाले तरीकों का उपयोग करके फर्जी सामग्री अपलोड कर सकता है। ऐसे लोग ‘रिवर्स इमेज सर्च‘ से बचने के लिए कुछ ट्रिक्स का इस्तेमाल करते हैं। जैसे, वीडियो मिरर करना, कलर स्कीम को ब्लैक एंड व्हाइट में बदलना, जूम इन या आउट करना इत्यादि। इसके लिए जांच का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वीडियो के हर पहलू पर गौर करें। उसे जिस तरह की घटना बताया जा रहा है, उसके साथ वीडियो के हर पहलू का कितना तालमेल है? वीडियो उस कथित घटना के अनुरूप है अथवा नहीं?
Verifying videos is important, but first you have to find them. This Bellingcat guide will provide advice and some tips on how to gather as much video as possible on a particular event, whether it is videos from witnesses of a natural disaster or a terrorist attack.