विश्व बैंक की कई परियोजनाएं हैं। हालांकि, ज्यादातर मामलों में यह गाइड “कोविड -19 फास्ट-ट्रैक सुविधा” से संबंधित है, जो मुख्य रूप से महामारी से निपटने के लिए आवश्यक खरीदारी की समर्थन देता है। इस परियोजना में लगभग 75 देश शामिल हैं।
विश्व बैंक के पास कोविड -19 इकोनॉमिक क्राइसिस एंड रिकवरी डेवलपमेंट पॉलिसी फाइनेंसिंग नामक एक अन्य परियोजना है। इससे 70 देशों को सहायता प्राप्त हो रही है। उनमें से कई फास्ट-ट्रैक प्रोग्राम से भी लाभान्वित होते हैं। इस परियोजना का पैसा मुख्य रूप से आर्थिक विकास के लिए है। उदाहरण के लिए, सरकारी परियोजनाओं का समर्थन करना या निजी क्षेत्र के निवेश को प्रोत्साहित करना।
The World Bank is supporting governments in their response to the COVID-19 pandemic, providing about $14 billion to more than 100 countries. But how is the money being spent and who is getting the contracts?
Tracking the use of this money can be facilitated by World Bank data online along with national procurement records.
সাংবাদিকতায় অর্থ সাহায্য নিয়ে আছে অনেক সমালোচনা। নিম্নআয়ের দেশগুলিতে এটি ধ্বংস করছে স্বাধীন সাংবাদিকতার পরিবেশ। তবে কিছু ইতিবাচক পদক্ষেপ ও নীতিমালা গ্রহণ করতে পারলে উন্নয়ন সংস্থার অর্থায়ন হয়ে উঠতে পারে গণমাধ্যম উন্নয়নের টুল। যেখানে সাংবাদিকতা, দাতাগোষ্ঠী ও পাঠক-দর্শক; জয় হবে সবারই।
The coronavirus pandemic has upended the lives of people around the world, but some communities are especially hard hit. Our NodeXL #ddj mapping from July 6 to 12 finds The New York Times analyzing data that reveals Black and Latino people have been disproportionately affected by COVID-19, The Washington Post highlighting that business relief funds for the pandemic have gone to the rich and well-connected, and Bloomberg looking at more than 120 US businesses that say the coronavirus helped force them into bankruptcy.