मीडिया को डराने के लिए बढ़ते डिजिटल हमले

हाल के वर्षों में ऐसे डिजिटल हमलों को संख्या, आवृत्ति और गंभीरता बढ़ी है। ऐसे हमलों के नए-नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। कुछ साइबर हमले काफी घातक होजे हैं और किसी कवरेज को रोकने में भी प्रभावी होते हैं। ऐसे हमलावरों को एक अतिरिक्त लाभ मिलता है, क्योंकि ऐसे अपराधी वीपीएन के पीछे छिपे होते हैं उनकी पहचान को सामने लाना मुश्किल होता हे।

पत्रकार कैसे बचें क़ानूनी झंझटों और मुक़दमों से: जीआईजेएन गाइड

पूरी दुनिया में इन दिनों पत्रकार आधारहीन मुकदमों का लगातार सामना कर रहे हैं। यह मुकदमे SLAPPs (Strategic Lawsuits Against Public Participation) पत्रकारों और अन्य ऐसे लोगों पर नकेल कसने लादे गये हैं जो शक्तिशाली व्यक्तियों या ताकतवर कम्पनियों या व्यापारियों के व्यवहार पर आलोचनात्मक टिप्पणिया करते हैं। एक पत्रकार या मानवाधिकार रक्षक पर मुकदमे दबाव डालने के लिए लाए जाते हैं, न कि अधिकार को साबित करने के लिए। यह मुक़दमें प्रायः बेकार, तुच्छ या अतिरंजित दावों पर आधारित होते हैं।