जीआईजेएन वेबिनार: स्वास्थ्य और जवाबदेही: कोविड संबंधी खरीदी पर इनवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग कैसे करें

महामारी के पिछले दो वर्षों में सरकारों के स्वास्थ्य संबंधी खर्चों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सरकारों ने अपने स्वास्थ्य बजट का बहुत बड़ा हिस्सा वैक्सीन खरीदने में लगाया। इसके पहले सैनिटेशन मशीनरी, अस्थाई आइसोलेशन सेंटर, नए ऑक्सीजन प्लांट और इमरजेंसी सेवाओं पर भी बेतहाशा खर्च किया गया है। महामारी से निपटने के लिए काफी बड़ी राशि के कॉन्ट्रैक्ट या टेंडर रातों-रात आवंटित किए गए। सरकारी धन के व्यय में पारदर्शिता और जवाबदेही होना मूलभूत आवश्यकता है।

स्वास्थ्य और ओषधि पर इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग के लिए GIJN की गाइड

यह गाइड दवाओं और चिकित्सा उपकरणों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य पत्रकारों में स्वतंत्र रूप से सबूतों का आकलन करने और किसी भी उत्पाद या नीति के जोखिम-लाभ अनुपात के सटीक मूल्यांकन की समझ विकसित करना है। जिससे वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार या कदाचार को उजागर कर सकें। अपने दैनिक कार्यों के बीच अपनी सुविधा के अनुसार इस गाइड का अध्धयन किया जा सकता है।

अपनी डिजिटल सामग्री को संरक्षित कैसे करें?

स्थानीय समाचार पत्रों, रेडियो, टीवी स्टेशनों, तथा अन्य स्थानीय मीडिया संस्थानों को सार्वजनिक रिकॉर्ड का एक भरोसेमंद स्रोत माना जाता है। इन पर दुनिया भर के नागरिक भरोसा करते हैं। लेकिन आज जब मीडिया संस्थानों को अस्तित्व के संकट से जूझना पड़ रहा है, तो ऐसे सार्वजनिक रिकॉर्ड का संरक्षण जरूरी है। अगर वह रिकॉर्ड हमसे छिन जाए, तो क्या होगा? उन सूचनाओं के महत्वपूर्ण हिस्से और डिजिटल सामग्री खो जाए तो क्या होगा? अगर इन्हें मिटा दिया जाए, या प्रौद्योगिकी की मशीनरी द्वारा नष्ट हो जाए, तो भावी पीढ़ियों को इतिहास का पता कैसे चलेगा?

कोविड-19 वैक्सीन अनुबंधों की पड़ताल कैसे करें

दुनिया भर की बड़ी दवा कंपनियों ने कोविड-19 के वैक्सीन निर्माण पर अरबों डॉलर का निवेश किया है और इससे उन्हें काफी मुनाफ़ा मिलने की उम्मीद है। विभिन्न सरकारों से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन तक ने कोविड -19 वैक्सीन खरीदने के अनुबंधों को पूरी तरह या आंशिक रूप से गुप्त रखा है।
पत्रकार लगातार कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े अनुबंधों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और इस पर रिपोर्टिंग भी जारी है। रिपोर्टिंग में प्रति खुराक कीमत से लेकर लाइसेंसिंग और कानूनी दायित्वों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी लिखा जा रहा है ।