जियो-लोकेशन और ओपन सोर्स डेटा के माध्यम से इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग पर 10 टिप्स

टीम ने टिकटॉक पर दिखाए गए एक फुटेज को सत्यापित करने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग किया। इस वीडियो में खारकीव के पास गोलाबारी होती हुई दिख रही थी। ‘एक ऐसी जगह, जिसपर फरवरी के अंत में बमबारी हुई थी।’ एक साथ काम करते हुए, उन्होंने पहचान लिया कि गोले कहाँ से दागे गए होंगे, जबकि उस समय तक यह स्पष्ट नहीं था कि जमीन पर चल क्या रहा है।

खोजी पत्रकारिता: मुश्किल सूचनाएं निकालने के उपकरण

अपनी खोज (सर्च) में आप वैकल्पिक वर्तनी आजमाएं। कोई नाम नहीं मिले, तो अलग तरह से लिखकर देखें। जैसे किसी कंपनी के नाम के अंत में ‘लिमिटेड‘ लिखने से न मिले, तो इसे संक्षेप में ‘एलटीडी‘ लिखकर देखें। ‘कारपोरेशन‘ न मिले तो इसे भी शाॅर्ट में लिखकर सर्च करें। नामों के साथ उद्धरण चिह्नों का प्रयोग करें।

कहीं आपके स्मार्टफोन से आपके सोर्स तो ख़तरे में नहीं पड़ रहे?

एक बार जब आप अपने गूगल खाते से अपने एंड्रॉयड फोन में साइन-इन करते हैं, तो आपके फोन में मौजूद संपर्क गूगल के सर्वर पर कॉपी हो जाते हैं। इसके कारण आप जिस किसी भी डिवाइस में गूगल खाते से साइन-इन करेंगे, तो उस उपकरण में वह संपर्क सूची आपको मिल जाएगी। जिस तरह आपके ‘आई-फोन‘ के कॉन्टैक्ट्स ऐप में कॉन्टैक्ट जोड़ने का तरीका आपके ‘मैक‘ पर कॉन्टैक्ट्स ऐप के साथ सिंक होता है, वैसे ही अपने गूगल अकाउंट में साइन-इन रहते हुए अपने एंड्रॉइड फोन में कॉन्टैक्ट को जोड़ने से यह आपके गूगल कॉन्टैक्ट्स में भी जुड़ जाएगा।

सरकारी डेटा न मिले, तो घृणा आधारित अपराधों की रिपोर्टिंग कैसे करें?

क्राउड-सोर्सिंग पर आधारित ऐसी परियोजनाओं में कई तरह की चुनौतियां भी होती हैं। सूचनाओं एवं डेटा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना एक बड़ा काम है। प्रविष्टियों का दोहराव, रोकना तथा हर रिपोर्ट का सत्यापन करना भी आसान नहीं है। परिणामों की व्याख्या में भी किसी पूर्वाग्रह से बचना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे जोखिम के प्रति सचेत रहते हुए यह कोशिश करने लायक है।

फ़ेमीसाइड या स्त्री-हत्या पर रिपोर्टिंग: जीआईजेएन गाइड

दुख की बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में स्त्री-हत्या के बावजूद ज्यादातर मामले दब जाते हैं। जीआइजेएन के इस गाइड का उद्देश्य ऐसे मामलों पर खोजी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। स्त्री-हत्या क्या है, इसे समझने में यह गाइड पत्रकारों की मदद करता है। आंकड़ों को खोजने और समझने के साथ ही यह भी बताया गया है कि किन विशेषज्ञों का साक्षात्कार लिया जाए।

पत्रकार व्हिसलब्लोअरों से सूचना कैसे प्राप्त करें और उनकी रक्षा कैसे करें

संचार का एक सुरक्षित साधन होना चाहिए। यह एक और तरीका है जिससे पत्रकार अपने स्रोतों की रक्षा कर सकते हैं। कभी-कभी स्रोत किसी ऐसे डिवाइस का उपयोग करते हैं, जिसकी उसके संस्थान द्वारा निगरानी होती हो। इसलिए अपनी सुरक्षा को खतरे में डाले बिना संवाद के लिए उन्हें ऐसे डिवास से दूर रहने की सलाह दें।

डेटा को समझने और प्रस्तुतीकरण के कुछ ज़रूरी टिप्स

डेटा प्रोसेसिंग और डेटा साक्षरता बहुत जरूरी है। यदि हम सभी आवश्यक कारकों को ध्यान में नहीं रखते हैं और आवश्यक प्रासंगिक विश्लेषण के बिना निष्कर्ष निकालते हैं, तो हम लोगों का ध्यान गलत जगह ले जायेंगे। इससे हम अनजाने में लोगों को को नुक़सान पहुंचा सकते हैं

नासा के ‘लैंडसैट-9’ उपग्रह का उपयोग कैसे करें पर्यावरण पत्रकार

‘लैंडसैट’ श्रृंखला पृथ्वी के भूमि-तल (सतह) पर केंद्रित है। यानी इसका काम पृथ्वी की जमीन पर नजर रखना और उनमें आए बदलावों की जानकारी देना है। पृथ्वी का अवलोकन करने वाले कई दूसरे उपग्रह भी हैं, जो अन्य चीजों पर केंद्रित हैं। कुछ उपग्रहों का काम मौसम, वातावरण या समुद्र को देखना है।

उपग्रह और ड्रोन के जरिए खोजी पत्रकारिता

खोजी पत्रकारिता में अब उपग्रहों और ड्रोन का शानदार उपयोग हो रहा है। बारहवीं ग्लोबल इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म कॉन्फ्रेंस (जीआईजेसी – 21) में दुनिया के प्रमुख खोजी पत्रकारों ने अपने अनुभव शेयर किए। एक सत्र था: मैपिंग और सैटेलाइट इमेजरी के जरिए खोजी पत्रकारिता। इसमें उपग्रह और ड्रोन छवियों का विश्लेषण करने के लिए कई नए दृष्टिकोण और तरीकों पर चर्चा हुई।

पत्रकार कैसे बनाएं अपना डेटाबेस

आधिकारिक डेटा नहीं मिल पाने तथा उपलब्ध डेटा विश्वसनीय नहीं होने के कारण दुनिया भर के न्यूजरूम अपना डेटाबेस बना रहे हैं। विभिन्न मीडिया संगठनों द्वारा एक रिपोर्टिंग या खोजी संसाधन के रूप में डेटोबेस बना जा रहा है। जब घटनाएं हो रही हों, और जब सूचना के विभिन्न स्रोतों को क्रॉस-चेक करना जरूरी हो, तब ऐसे डेटा-बेस काफी उपयोगी होते हैं।