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सरकारों द्वारा ‘जासूसी तकनीक’ खरीद प्रकरणों पर रिपोर्टिंग कैसे करें?
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गोपनीय जासूसी या निगरानी उपकरणों का यह कारोबार अरबों रूपयों का है। इस धंधे में दर्जनों तकनीकी फर्मों और सरकारों के बीच गुप्त सौदे शामिल हैं। यह मानवाधिकारों और गोपनीयता के लिए खतरनाक है। इसके कारण पत्रकारों को अपने गोपनीय स्रोतों की रक्षा करना भी मुश्किल हो सकता है। खोजी पत्रकार कैसे पता लगाएं कि कोई सरकारें कौन-सी गुप्त जासूस तकनीकें खरीद रही हैं? क्या सरकार उन डिजिटल उपकरणों का दुरुपयोग करके दमन या भेदभाव कर रही है?