खोजी पत्रकारिता: मुश्किल सूचनाएं निकालने के उपकरण

अपनी खोज (सर्च) में आप वैकल्पिक वर्तनी आजमाएं। कोई नाम नहीं मिले, तो अलग तरह से लिखकर देखें। जैसे किसी कंपनी के नाम के अंत में ‘लिमिटेड‘ लिखने से न मिले, तो इसे संक्षेप में ‘एलटीडी‘ लिखकर देखें। ‘कारपोरेशन‘ न मिले तो इसे भी शाॅर्ट में लिखकर सर्च करें। नामों के साथ उद्धरण चिह्नों का प्रयोग करें।

खोजी पत्रकारों के लिए गाइड: चुनावी रिपोर्टिंग के नए उपकरण- पहला अध्याय

ट्विटर एसएनए टूल निःशुल्क पाने के लिए पत्रकारों को वी-वेरीफाई की उन्नत सुविधाओं के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए पंजीकरण के आसान चरण नीचे दिए गए हैं। आपको इसकी मुफ्त सेवा पाने के लिए किसी न्यूज वेबसाइट या शोध संगठन से जुड़ा ई-मेल पता देना होगा। यह आवेदन करने में मात्र कुछ मिनट लगते हैं। इस टूल को शोधकर्ताओं, मानवाधिकार समूहों और खोजी पत्रकारों के लिए बनाया गया है।

सर्विलांस से निरंकुश निगरानी, 2021 की पांच बेहतरीन खोजी ख़बरें

ऐसी निगरानी के काफी खतरनाक परिणाम सामने आ रहे हैं। ऐसे उपकरणों की सूची लंबी है। सीमा पार करने के दौरान चेहरे की पहचान के उपकरण लगे हैं। रेगिस्तान पार करने वाले लोगों को ड्रोन और ब्लिंप द्वारा ऊपर से देखा जा रहा है। भूमिगत सेंसर के जरिए लोगों के आवागमन का पता लगाया जा रहा है। इन्फ्रा-रेड कैमरा, रडार सेंसर, मोबाइल सर्विलांस टावर इत्यादि का भरपूर उपयोग हो रहा है।

उपकरण जो खोजी पत्रकार पसंद करते हैं

जीआईजेएन ने अपने एक लेख में खोजी पत्रकारिता से जुड़े कई अहम बिंदुओं और तकनीकों को साझा किया था, जिन्हें इस्तेमाल करना आमतौर पर खोजी पत्रकारों को काफी पसंद होता है। इसमें खोजी पत्रकारिता की ऐसी कई तकनीकें हैं जो पत्रकारों को आसानी से हाथ न आने वाले स्रोतों और डेटा तक पहुंचने में मदद करती हैं।