माफिया राज्यों और क्लेप्टोक्रेसी (भ्रष्ट सरकारों) पर खोजी खबरें कैसे करें : एक साक्षात्कार

आज लोकतंत्र को बचाने के लिए खोजी पत्रकारिता और उसको करने के लिए उपकरणों की बहुत आवश्यकता है। इन उपकरणों और इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग की विधा में नए परिवर्तनों के साथ पुरानी तकनीकें बहुत उपयोगी हैं। इन्हीं विषयों पर विस्तार से साक्षात्कार में चर्चा की गई है।

सरकारी डेटा न मिले, तो घृणा आधारित अपराधों की रिपोर्टिंग कैसे करें?

क्राउड-सोर्सिंग पर आधारित ऐसी परियोजनाओं में कई तरह की चुनौतियां भी होती हैं। सूचनाओं एवं डेटा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना एक बड़ा काम है। प्रविष्टियों का दोहराव, रोकना तथा हर रिपोर्ट का सत्यापन करना भी आसान नहीं है। परिणामों की व्याख्या में भी किसी पूर्वाग्रह से बचना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे जोखिम के प्रति सचेत रहते हुए यह कोशिश करने लायक है।

वन्यजीव तस्करी पर रिपोर्टिंग: जीआईजेएन की नई गाइड

वन्यजीवों के अवैध कारोबार को नियंत्रित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि है। हर देश के अपने राष्ट्रीय कानून भी हैं। कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन एनडेंजर्ड स्पेसीज ऑफ वाइल्ड फौना एंड फ्लोरा (साइट्स) यह दुनिया की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संधि है। इसके घोषणापत्र पर 183 देशों  ने हस्ताक्षर करके स्वीकार किया है। इसके प्रावधानों का उल्लंघन करके अवैध व्यापार करने वालों को दंडित करने की आवश्यकता है।

पत्रकार कैसे बचें क़ानूनी झंझटों और मुक़दमों से: जीआईजेएन गाइड

पूरी दुनिया में इन दिनों पत्रकार आधारहीन मुकदमों का लगातार सामना कर रहे हैं। यह मुकदमे SLAPPs (Strategic Lawsuits Against Public Participation) पत्रकारों और अन्य ऐसे लोगों पर नकेल कसने लादे गये हैं जो शक्तिशाली व्यक्तियों या ताकतवर कम्पनियों या व्यापारियों के व्यवहार पर आलोचनात्मक टिप्पणिया करते हैं। एक पत्रकार या मानवाधिकार रक्षक पर मुकदमे दबाव डालने के लिए लाए जाते हैं, न कि अधिकार को साबित करने के लिए। यह मुक़दमें प्रायः बेकार, तुच्छ या अतिरंजित दावों पर आधारित होते हैं।