विषय सूची
अध्याय 1: प्रशासन एवं प्रबंधन
सामान्य कार्यालय उपकरण एवं अनुप्रयोग, सहयोग एवं परियोजना प्रबंधन
अध्याय 2: संचार और फाइल-साझाकरण
संदेश एवं संचार, क्लाउड स्टोरेज एवं फाइल शेयरिंग
अध्याय 3: लेखा और भुगतान
लेखा एवं चालान प्लेटफार्म
अध्याय 4: विश्लेषिकी और एसईओ
डेटा विश्लेषिकी और एसईओ उपकरण
अध्याय 5: पाठकों की सहभागिता
सर्वेक्षण उपकरण एवं प्रपत्र, उपयोगकर्ताओं की टिप्पणियाँ
अध्याय 6: दृश्य-श्रव्य उपकरण
ऑडियो, वीडियो
अध्याय 7: सामग्री प्रबंधन प्रणाली
वर्डप्रेस और एसोसिएटेड प्लग-इन, वर्डप्रेस विकल्प
अध्याय 8: सीआरएम/दाता एवं ग्राहक प्रबंधन
दानदाता प्रबंधन मंच
अध्याय 9: डिजाइन उपकरण एवं डेटा विजुअलाइजेशन
रेखांकन और डेटा प्लेटफॉर्म, स्टॉक इमेज
अध्याय 10: विपणन एवं जुड़ाव (सोशल मीडिया एवं ईमेल)
सोशल मीडिया प्रकाशन उपकरण, ईमेल मार्केटिंग
अध्याय 11: सुरक्षा
साइट सुरक्षा, पासवर्ड प्रबंधक, आभासी निजी नेटवर्क
इस मार्गदर्शिका के प्रकाशन में सहयोग के लिए Google News Initiative को धन्यवाद। इसे न्यूयॉर्क की शोधकर्ता ताल्या कूपर ने अपने शोध के आधार पर लिखा है। उन्होंने ‘द इंटरसेप्ट‘ के ‘एडवर्ड स्नोडेन संग्रहालय‘ में पुरालेखपाल के बतौर काम किया है। वह स्टोरीकॉर्प्स में भी आर्काइव मैनेजर रह चुकी हैं। वह लाइब्रेरियन्स के लिए निगरानी विरोधी और गोपनीयता प्रौद्योगिकी संबंधी एक गाइड, Anonymity के लिए एलिसन मैकरीना के साथ सह-लेखिका भी हैं। प्रस्तुत ‘बिजनेस टूल्स गाइड‘ का संपादन निकोलिया अपोस्टोलू और रीड रिचर्डसन ने किया है। इसमें सेंटावियो ने Freepik.com. के माध्यम से चित्र बनाए हैं। इसे चफीक फैज ने डिजाइन किया है।
परिचय
यह ‘बिजनेस टूल्स गाइड‘ छोटे न्यूजरूम को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसमें समाचार-संकलन के सिवाय अन्य सभी कामों में मदद के लिए टूल दिए गए हैं। इसमें बिलों का भुगतान, सहयोगी परियोजनाओं को शेड्यूल करना, टीम सदस्यों के साथ नियमित संचार, पॉडकास्ट का संपादन और पोस्टिंग, सोशल मीडिया के लिए ग्राफिक डिजाइन करना और उसका प्रदर्शन देखना इत्यादि शामिल है।
इन चीजों के लिए बाजार में अनगिनत उत्पाद मौजूद हैं। सभी खुद को सबसे अच्छा बताते हैं। इनमें कौन से उत्पाद सर्वोत्तम हैं, इस पर शोध करना और उनके लिए भुगतान करना छोटे न्यूजरूम के लिए मुश्किल हो सकता है। इसलिए हमने प्रमुख श्रेणियों में उपलब्ध विभिन्न लोकप्रिय विकल्पों का चयन किया है। इसमें हमने आर्थिक बोझ वहन करने की क्षमता को भी ध्यान में रखा है।
यहां प्रस्तुत अधिकांश उत्पादों में निशुल्क परीक्षण की सुविधा है। अधिकांश के ‘फ्रीमियम‘ संस्करण भी उपलब्ध हैं। ‘फ्रीमियम‘ – यानी सीमित सुविधाओं के साथ एक निःशुल्क संस्करण, जिसमें भुगतान करने पर समस्त क्षमताओं की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध हो। अधिकांश कंपनियां सशुल्क सब्सक्रिप्शन के साथ ‘कस्टमर सपोर्ट‘ की सुविधा भी देती हैं। छोटे मीडिया संगठनों के पास सीमित तकनीकी स्टाफ होने के कारण यह सुविधा भी महत्वपूर्ण है।
इनमें से कई सॉफ्टवेयर कंपनियां गैर-लाभकारी संगठनों, चैरिटेबल संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों को विशेष छूट देती हैं। इसके लिए कुछ दस्तावेज देने पड़ते हैं। गैर-लाभकारी समाचार संगठनों, चैरिटेबल संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों को अपने सॉफ्टवेयर कार्यान्वयन के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले यूके के TechSoup (Charity Digital Exchange) से परामर्श कर लेना चाहिए। यह अपने पंजीकृत सदस्यों को मुफ्त और रियायती सॉफ्टवेयर प्रदान करने के लिए विभिन्न कंपनियों से संपर्क करता है। इसमें माइक्रोसॉफ्ट (एमएस) ऑफिस और एडॉब क्रिएटिव क्लाउड जैसे लोकप्रिय और महंगे उत्पाद शामिल हैं। वे कई प्रकार के कोर्सेस और नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान करते हैं। इनकी कीमतें विभिन्न देशों के लिए अलग-अलग होती हैं। कुछ उत्पादों के लिए प्रशासनिक शुल्क भी लिया जाता है।
‘फ्री एंड ऑपेन सोर्स सॉफ्टवेयर’ (एफओएसएस) के संबंध में कुछ बातें जानना जरूरी है। ऐसे उत्पादों का निर्माण और रखरखाव आम तौर पर स्वयंसेवी लोगों द्वारा किया जाता है। संभव है कि उनके पास भी भुगतान किए गए टूल के समान सुविधाएं और क्षमताएं हों। लेकिन उनमें आमतौर पर आपके खास उपयोग के अनुरूप पॉलिश्ड इंटरफेस की कमी होती है। उनका इस्तेमाल करते समय उपयोगकर्ता आमतौर पर उन्हें ‘आउटडेटेड‘ बताते हैं। ऐसे उपकरण काफी धीमी गति से कार्य कर सकते हैं। इनमें ‘एक्सेल‘ या ‘फोटोशॉप‘ जैसे उत्पाद जैसी सहजता का अभाव दिखाई पड़ सकता है। इनमें व्यावसायिक सॉफ्टवेयर की तुलना में अधिक तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता पड़ सकती है। व्यावसायिक सॉफ्टवेयरों में ज्यादा प्लग-एंड-प्ले होते हैं।
इस गाइड में हमारे द्वारा चुने गए उपकरणों का दुनिया भर में व्यापक उपयोगकर्ता समुदाय हैं। इसलिए इनके संबंध में जानकारियों का विशान ऑनलाइन खजाना है। जैसे, निर्देशात्मक यूट्यूब वीडियो, विकीपीडिया की जानकारी, उपयोगकर्ता समूह इत्यादि। इनसे नए उपयोगकर्ताओं की बाधाओं को दूर करने में काफी मदद मिलती है।
‘फ्री एंड ऑपेन सोर्स’ सॉफ्टवेयर में सुरक्षा संबंधी कई लाभ भी हैं। चूंकि ये उत्पाद ओपन सोर्स हैं, इसलिए उपयोगकर्ता समुदाय इसके कोड का ऑडिट कर सकता है। इसके कारण इनमें छिपे हुए किसी बग या बैकडोर सहित किसी एप्लिकेशन की संभावना कम हो जाती है। कुछ कंपनियां केवल कुछ देशों में अपने भुगतान किए गए उत्पादों की पेशकश करती हैं। अधिकांश ‘फ्री एंड ऑपेन सोर्स’ सॉफ्टवेयर उत्पादों की ऐसी कोई भौगोलिक सीमा नहीं है। उनके पास वैश्विक उपयोगकर्ता आधार मौजूद है। इसलिए इनका अधिक भाषाओं में अनुवाद भी किया गया है। संभव है कि वाणिज्यिक उत्पादों का उतनी भाषाओं में अनुवाद नहीं मिल पाए।
अंत में, गूगल या फेसबुक इत्यादि के मुफ्त टूल का उपयोग करने में गोपनीयता की कीमत चुकानी पड़ सकती है। ऐसे उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराने के बदले बड़ी तकनीकी कंपनियां आपके डेटा के साथ ही आपके उपयोगकर्ताओं का भी विश्लेषण करेंगी। संभव है कि किन्हीं देशों में आपके ऐसे डेटा तक कानून प्रवर्तन एजेंसियों को पहुंच भी मिल जाए। कोई टूल आपको उपयोग में आसान और त्वरित सेटअप लायक होने के कारण पसंद आ सकता है, लेकिन आपको ‘सॉफ्टवेयर गोपनीयता‘ नीतियों को ध्यान से पढ़ना चाहिए। अपने लिए टूल का चयन करते समय इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
इस गाइड में सभी मूल्य दिनांक 24 जून, 2021 के आधार पर यूएस डॉलर में दिए गए हैं। अगर उल्लेख न किया गया हो, तो इसमें वैट शामिल नहीं है। जिस भाषा में उपकरण उपलब्ध है, उसकी भी जानकारी दी गई है। जहां सूचना मिल सकी, वहां हमने यह भी बताया है कि वह उपकरण किन देशों में उपलब्ध हैं।