जीआईजेएन वेबिनार: स्वास्थ्य और जवाबदेही: कोविड संबंधी खरीदी पर इनवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग कैसे करें

महामारी के पिछले दो वर्षों में सरकारों के स्वास्थ्य संबंधी खर्चों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सरकारों ने अपने स्वास्थ्य बजट का बहुत बड़ा हिस्सा वैक्सीन खरीदने में लगाया। इसके पहले सैनिटेशन मशीनरी, अस्थाई आइसोलेशन सेंटर, नए ऑक्सीजन प्लांट और इमरजेंसी सेवाओं पर भी बेतहाशा खर्च किया गया है। महामारी से निपटने के लिए काफी बड़ी राशि के कॉन्ट्रैक्ट या टेंडर रातों-रात आवंटित किए गए। सरकारी धन के व्यय में पारदर्शिता और जवाबदेही होना मूलभूत आवश्यकता है।

स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए स्वार्थ रहित फंडिंग की तलाश!

छोटे मीडिया संगठनों के लिए छोटे अनुदान भी काफी मायने रखते हैं। इसलिए गूगल और फेसबुक से मिले अनुदान को व्यापक रूप से स्वीकार किया जा रहा है। जो मीडिया संगठन अपनी चुनी हुई सरकारों से टैक्स माफी स्वीकार करने से हिचकिचाते हैं, वे भी गूगल और फेसबुक का धन खुशी-खुशी लेते हैं। जबकि इन दोनों के पीछे बड़े पैमाने पर लॉबिंग करने वाली ताकतों और प्रभावशाली वर्ग के हित जुड़े हैं।

जीआईजेएन टूलबॉक्स: अवैध धन पर खोजी रिपोर्टिंग के तीन नए उपकरण

‘ग्रे-लिस्ट ट्रेस‘  नामक एक निजी फर्म ने संपत्ति पर नजर रखने में विशेषज्ञता हासिल की है। इसकी वेबसाइट के अनुसार यह गोपनीय बैंक खातों, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से कमाई जैसी जानकारियां बिल्कुल नैतिक और कानूनी तरीके से हासिल करती है। इसका एल्गोरिदम किसी बैंक के डेटा नियमों का उल्लंघन नहीं करता है। यह किसी खाता में शेष बची राशि का पता लगाने की कोशिश भी नहीं करता है। यह किसी व्यक्ति द्वारा अलग-अलग बैंकों के लेनदेन प्रभागों के बीच पूर्व में किए गए संचार की जांच करके खातों के संभावित अस्तित्व का खुलासा करता है।

पत्रकारिता की रक्षा: खोजी पत्रकारिता का भविष्य

जीआईजेएन कई स्तरों पर क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करने के साथ ही खोजी पत्रकारों का नेटवर्क मजबूत करने पर काम करता है। हम दुनिया भर के पत्रकारों को सैटेलाइट इमेजरी और डिजिटल फोरेंसिक जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी देते हैं। हम स्थानीय और वंचित समुदायों को निगरानी पत्रकारिता क्षमता निर्माण करने में मदद करते हैं। हमारे हेल्प डेस्क ने पिछले एक साल में सहायता के लिए 2,400 अनुरोधों का जवाब दिया।

वन्यजीव तस्करी पर रिपोर्टिंग: जीआईजेएन की नई गाइड

वन्यजीवों के अवैध कारोबार को नियंत्रित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि है। हर देश के अपने राष्ट्रीय कानून भी हैं। कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन एनडेंजर्ड स्पेसीज ऑफ वाइल्ड फौना एंड फ्लोरा (साइट्स) यह दुनिया की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संधि है। इसके घोषणापत्र पर 183 देशों  ने हस्ताक्षर करके स्वीकार किया है। इसके प्रावधानों का उल्लंघन करके अवैध व्यापार करने वालों को दंडित करने की आवश्यकता है।

पत्रकार कैसे बचें क़ानूनी झंझटों और मुक़दमों से: जीआईजेएन गाइड

पूरी दुनिया में इन दिनों पत्रकार आधारहीन मुकदमों का लगातार सामना कर रहे हैं। यह मुकदमे SLAPPs (Strategic Lawsuits Against Public Participation) पत्रकारों और अन्य ऐसे लोगों पर नकेल कसने लादे गये हैं जो शक्तिशाली व्यक्तियों या ताकतवर कम्पनियों या व्यापारियों के व्यवहार पर आलोचनात्मक टिप्पणिया करते हैं। एक पत्रकार या मानवाधिकार रक्षक पर मुकदमे दबाव डालने के लिए लाए जाते हैं, न कि अधिकार को साबित करने के लिए। यह मुक़दमें प्रायः बेकार, तुच्छ या अतिरंजित दावों पर आधारित होते हैं।

खोजी पत्रकारों के लिए जीआईजेएन रिसोर्स सेंटर की वर्ष 2021 की 12 प्रमुख गाइड और टिपशीट

मीडिया संगठनों के लिए धनसंग्रह, सुरक्षा और आधुनिक तकनीक के उपयोग पर अद्यतन जानकारियों वाले संसाधन भी हैं। 14 भाषाओं में उपलब्ध इन संसाधनों का इस्तेमाल लगभग 100 देशों के पत्रकार प्रतिदिन कर रहे हैं।

डीप-फेक भूगोल: एआई के जरिए सैटेलाइट चित्रों में फर्जीवाड़ा

शोधकर्ताओं के अनुसार आम लोगों को ऐसी असली और नकली तस्वीरों का फर्क पता नहीं चल पाएगा। कोई व्यक्ति किसी फोटो की खराब गुणवत्ता के लिए रंगों और छाया का मामला समझ सकता है। लेकिन विशेषज्ञों को किसी नकली फोटो की पहचान के लिए छवि प्रसंस्करण के अधिक तकनीकी पहलुओं, जैसे कि रंग हिस्टोग्राम, आवृत्ति और स्थानिक डोमेन पर ध्यान देना होगा।

फ़ेमीसाइड या स्त्री-हत्या पर रिपोर्टिंग: जीआईजेएन गाइड

दुख की बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में स्त्री-हत्या के बावजूद ज्यादातर मामले दब जाते हैं। जीआइजेएन के इस गाइड का उद्देश्य ऐसे मामलों पर खोजी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। स्त्री-हत्या क्या है, इसे समझने में यह गाइड पत्रकारों की मदद करता है। आंकड़ों को खोजने और समझने के साथ ही यह भी बताया गया है कि किन विशेषज्ञों का साक्षात्कार लिया जाए।

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