जीआईजेएन ने पत्रकार सुरक्षा टूल JSAT हिन्दी भाषा में लॉंच किया, इसकी ट्रेनिंग 26 जनवरी को

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पत्रकारों के लिए और ख़ासतौर  से खोजी पत्रकारों के लिए डिजिटल और भौतिक सुरक्षा आवश्यक है। सुरक्षा से संबंधित विषयों से निपटना कई बार उसकी जटिलताओं के कारण चुनौतीपूर्ण हो जाता है। सुरक्षा की प्रक्रिया को समझने और उसे आसानी से अपनाने के लिए जीआईजेएन ने वॉचडॉग पत्रकारिता करने वाले समाचार संस्थानों के  उपयोग के लिए फोर्ड फाउंडेशन द्वारा विकसित  साइबर सुरक्षा आकलन उपकरण (CAT) को पत्रकारों के उपयोग के लिए तैयार किया है।

इसके उपयोगी स्वरूप को तैयार करने और अनुकूलित करने के लिए जीआईजेएन ने फोर्ड फाउंडेशन के विशेषज्ञों के साथ काम किया है। यह नया पत्रकार सुरक्षा मूल्यांकन उपकरण (JSAT) अब एक दर्जन भाषाओं में अनुवादित किया जा चुका है। आपकी सुरक्षा को बेहतर बनाने के सुझावों के साथ संगठन की भौतिक और डिजिटल सुरक्षा को और मज़बूत बनाने के लिए इसमें सुझाव और समाधान प्रस्तुत किए गये हैं।

अपने समाचार संगठन की सुरक्षा की स्थिति की जाँच करने के लिए, कृपया यहाँ पर दिये गये मूल्यांकन फॉर्म को भरें। इसमें लगभग एक घंटे का समय लगता है। इस फॉर्म को पूर्ण करने में आपको संस्थान के कर्मचारियों या नीति नियंताओं सहित टीम के अन्य सदस्यों से जानकारी की आवश्यकता हो सकती है। इस फॉर्म के भरने पर आपको एक स्कोर प्राप्त होगा जो आपके संगठन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक कदमों को प्राथमिकता देने में मदद करेगा।

प्रशिक्षण सत्र

हिन्दी भाषा में पत्रकार सुरक्षा मूल्यांकन उपकरण (JSAT) के साथ, जीआईजेएन ने पत्रकारों को इसके समुचित उपयोग करने में मदद करने के लिए एक विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया है।सत्र गुरुवार, 26 जनवरी को शाम 6.30pm (IST) होगा। प्रशिक्षक मैट हैनसेन (फ्रीलांस लेखक और संपादक), रूना सैंडविक (स्वतंत्र सुरक्षा शोधकर्ता), पूनम अग्रवाल (स्वतंत्र पत्रकार, भारत), उमेर चीमा (द न्यूज, पाकिस्तान) होंगे। प्रतिभागियों (केवल पत्रकारों!) को इस लिंक का उपयोग करके अग्रिम रूप से पंजीकरण करना होगा। सत्र में आप अपनी सुरक्षा से जुड़े प्रश्न करने के लिए स्वतंत्र हैं।

प्रशिक्षण सत्र के लिए यहां पंजीकरण करें
दिनांक : 26 जनवरी, गुरुवार
समय: शाम 6.30 बजे (भारतीय समय)

प्रशिक्षण सत्र के बाद कृपया हमें बताएं कि क्या JSAT आपके लिये उपयोगी था अथवा आपके पास इसे और सुधारने के लिए सुझाव हों तो आप हमें hello@gijn.org पर लिख भेजें।

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