आपकी जासूसी या पीछा किया जा रहा है तो क्या करें?

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हार्वे विंस्टीन न्यूयॉर्क में कोर्ट जाते हुए। बाद में उसे 23 साल की जेल हुई थी। Image: Shutterstock

‘द न्यू यॉर्कर‘ के एक खोजी रिपोर्टर रोनन फैरो से जुड़ा मामला है। वह सन 2017 में हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे विंस्टीन के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर खोजी रिपोर्टिंग कर रहे थे। उस दौरान उन्होंने अपने आसपास कुछ अजीब चीजें होती देखीं। उन्होंने अपने अपार्टमेंट के आसपास मंडराती संदिग्ध कार और अपने फोन पर आने वाले कई अलर्ट के कारण अपनी शोध सामग्री को एक सुरक्षित डिपोजिट बॉक्स में बंद कर दिया। ‘कैच एंड किल पॉडकास्ट‘ में उन्होंने इसका वर्णन किया है।

कई सप्ताह बाद, एक यूक्रेनी व्यक्ति आइगोर ओस्ट्रोवस्की ने रोनन फैरो से संपर्क करके बताया कि वह उनकी जासूसी कर रहा था। उस जासूसी टीम द्वारा ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स‘ के एक अन्य पत्रकार के जोडी कांटोर की भी जासूसी की जा रही थी। उल्लेखनीय है कि जोडी कांटोर वीनस्टीन मामले की रिपोर्टिंग कर रहे थे।

उस जासूस ओस्ट्रोवस्की को इजरायल की एक निजी खुफिया एजेंसी ने काम पर रखा था। लेकिन बाद में उसने यह महसूस किया कि खोजी पत्रकारों की निगरानी करने से एक स्वतंत्र प्रेस वाले समाज को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए वह व्हिसलब्लोअर बन गया।

उल्लेखनीय है कि हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे विंस्टीन को विभिन्न यौन उत्पीड़न मामलों के लिए जेल की सजा मिली थी। इस मामले की विभिन्न खोजी खबरों के कारण यौन उत्पीड़न के खिलाफ वैश्विक आंदोलन ‘मी-टू‘ को बढ़ावा मिला।

जासूस ओस्ट्रोवस्की के इस खुलासे से स्पष्ट है कि खोजी पत्रकारों और उनके स्रोतों को कैसी निगरानी का सामना करना पड़ रहा है। रोनन फैरो ने अपनी पुस्तक ‘कैच एंड किल‘ में इसका वर्णन किया है।

रोनन फैरो का कहना है कि ‘पत्रकारों का शिकार‘ करने की प्रथा में अब परिष्कृत भौतिक और डिजिटल निगरानी शामिल है। इसका व्यापक वैश्विक प्रभाव है।

खोजी पत्रकारों के यूएस-आधारित संगठन- ‘इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर्स एंड एडिटर्स‘ ने मार्च 2021 में NICAR21 data Journalism Conference का आयोजन किया। इसमें उस प्राइवेट जासूस आइगोर ओस्ट्रोवस्की को भी आमंत्रित किया गया। उन्होंने बताया कि पत्रकारों की भौतिक निगरानी और जासूसी कैसे की जाती है।

जासूस आइगोर ओस्ट्रोवस्की अब भी यह काम कर रहे हैं। उन्होंने सम्मेलन में बताया कि आम तौर पर खोजी पत्रकारों के स्रोतों की पहचान करने, संभावित न्यूज स्टोरी के प्रभाव को कम करने, रिपोर्टर को बदनाम करने, रिपोर्ट न होनेे देने, मुकदमेबाजी या विवाद का आधार तलाशने इत्यादि के लिए जासूसी की जाती है।

ओस्ट्रोवस्की का कहना है कि ऐसे मामलों में धमकी या हिंसा का प्रयोग नहीं किया जाता है। लेकिन हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे विंस्टीन मामले में पत्रकारों के खिलाफ कुछ अन्य एजेंसियों द्वारा कुछ डराने-धमकाने के तरीकों का इस्तेमाल किया गया था।

वह बताते हैं कि निजी जांचकर्ता यदि अदालत के लिए स्वीकार्य साक्ष्य की तलाश में हैं, तो कानूनों से बंधे हैं। वह निगरानी कार्य कर सकते हैं जिसका लक्ष्य अदालती मामले में मदद करना हो। लेकिन कुछ लोगों को दूसरा लक्ष्य किसी न्यूज स्टोरी को रोकना भी होता है। एक पत्रकार के रूप में आपको इस बात का विश्लेषण करना होगा कि आपका विरोधी कौन है, उनके वित्तीय साधन क्या हैं और उन्होंने अतीत में क्या किया है।

उनकी प्रस्तुति का एक प्रमुख निष्कर्ष यह था कि पेशेवर निजी जासूसों के सामने भी सीमित बजट और अपने अधिकारियों की लालफीताशाही के कारण काफी परेशानी होती है। इसलिए पत्रकार का लक्ष्य यह हो कि उन एजेंसियों के जासूसी के प्रयासों को और अधिक महंगा बनाकर निष्प्रभावी कर दिया जाए।

ओस्ट्रोवस्की का कहना है कि जिस रिपोर्टर पर जासूसी की जा रही हो, वह किसी रात अपने एक दोस्त के घर पर रुक जाए। इससे जासूसी टीम को एक अपरिचित सड़क पर पूरी रात रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसके लिए वे अपनी एजेंसी से भारी फीस वसूल करेंगे।

ओस्ट्रोवस्की बताते हैं कि कई मामलों में किसी न्यूज स्टोरी को रोकने में सफलता भी मिलती है। इसके बावजूद हमारी एजेंसी के अधिकारी इतने घटिया थे कि अगर मैं भोजन के लिए किसी रेस्तरां में जाता हूं, तो उसके बिल पर भी सवाल कर किया जाता है।

इस घटिया दृष्टिकोण के कारण हम दो जासूसों को एक ही कार में काफी दिनों तक रोनन फैरो की बिल्डिंग के सामने बैठना पड़ा। इसके कारण उस बिल्डिंग के गार्ड को शायद यह भी पता चल गया हो कि हम कौन-सी सिगरेट पी रहे हैं।

जासूस भी कई गलतियां भी करते हैं।

रोनन फैरो की तलाश में एक बार हम गलती से सड़क पर उसके पड़ोसी का पीछा करने लगे। वह रोनन फैरो के जैसा ही दिखता था। फिर संदेह होने पर मैंने रोनन के मोबाइन नंबर पर फोन किया। जब उसने फोन उठाया तो मुझे पता था कि वह घर के अंदर ही हैै। इसलिए हमें एहसास हुआ कि हम गलत आदमी का पीछा कर रहे हैं।

NICAR21 वर्कशॉप के मॉडरेटर सीन स्पोसिटो ने कहा- ”किसी भौतिक निगरानी का मुकाबला करने के लिए पत्रकारों के भीतर एक अंतर्निहित कौशल मौजूद होता है।”

सीन स्पोसिटो ‘टेलीकॉम वेरिजोन मीडिया‘ के सूचना सुरक्षा प्रभाग में विश्लेषक हैं। उन्होंने कहा- ”बस, आप अपने निजी जीवन में भी उतने ही जिज्ञासु और सतर्क रहें, जितना अपने पेशेवर जीवन में रहते हैं। अपने काम के बाद भी हरदम एक अच्छा रिपोर्टर बनना जारी रखें, और आसपास की चीजों के प्रति सतर्क रहें।”

जासूस आइगोर ओस्ट्रोवस्की ने पत्रकारों को अपने खिलाफ होने वाली जासूसी को विफल करने की रणनीति पर विस्तार से बताया।

किसी जासूस का काम मुश्किल कैसे बनाएं

  • अपनी डिजिटल सुरक्षा मजबूत करके जासूसों की योजना विफल करें। कोई भी जासूस आपकी निगरानी के लिए पहले से किसी स्थान की योजना तभी बना सकेगा, जब उसे आपका शेड्यूल मालूम हो। इसलिए अपना शेड्यूल हमेशा गोपनीय रखें। आप ‘सिग्नल‘ और ‘प्रोटॉनमेल‘ जैसे एन्क्रिप्टेड संचार प्लेटफॉर्म का उपयोग करें। अपने डिजिटल पासवर्ड पर दो-चरण प्रमाणीकरण का उपयोग करें। यदि आप डिजिटल सुरक्षा रखेंगे, तो किसी जासूस के पास आपके संचार और शेड्यूल की जानकारी नहीं होगी। तब वह पहले से कोई योजना नहीं बना सकेगा। ऐसे में वह सिर्फ आपकी शारीरिक गतिविधियों और परिवहन के अनुसार पीछा करने को मजबूर रहेगा।
  • परिवहन के विभिन्न साधनों का उपयोग करें। एकतरफा सड़कों पर यातायात के प्रवाह के विरुद्ध चलें। ऐसा करके आप जासूस को परिवहन के तरीके बदलने के लिए मजबूर कर सकते हैं। कभी साइकिल लें, कभी बस में चढ़ें, ट्रेन लें। जहां जाना हो, वहां सीधे जाने के बदले एक अतिरिक्त स्टाॅपेज पर उतरकर किसी अन्य वाहन में चढ़ जाएं। ओस्ट्रोवस्की कहते हैं- “हमारी एक योजना थी कि रोनन फैरो अगर पैदल चलकर यातायात की उल्टी दिशा में जाकर एक कैब कर ले, तो पैदल जासूस उस कैब से दुर्घटना की नौटंकी करेगा। इससे जासूसी टीम की कार को गोलचक्कर से घूमकर आने का समय मिल जाएगा। मैं हरदम किसी कार के आगे कूदने को तैयार रहता था।”
  • जासूसी एजेंसी का खर्च बढ़ा दें। कहीं दूसरी जगह रहना, जैसे किसी दोस्त के घर में सोना एक अच्छी तरकीब है। इसके कारण जासूसी टीम को पूरी रात अपनी कार में रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इससे जासूसी का खर्च बढ़ेगा। खुद के खिलाफ जासूसी को मंहगा कर दें, उन लोगों का खर्च बढ़ा दें।
  • अलग निकास द्वार का उपयोग करें, विशेष रूप से शॉपिंग मॉल में। जब आप किसी महत्वपूर्ण मीटिंग में जाएं, तो जासूसी टीम को इस तरह से चकमा दें कि उन्हें पता नहीं चले कि आपने जान-बूझकर ऐसा किया है। शॉपिंग मॉल में कई निकास द्वार होते हैं। आप एक अलग निकास का उपयोग करें। शेयरिंग कार सेवा का उपयोग करें। इस तरह उन्हें चकमा देकर निकल सकते हैं। हालांकि शाम तक जासूसी टीम फिर से आपके घर के पास आ जाएगी, लेकिन आपको कुछ घंटों की गोपनीयता मिल गई है।
  • उपभोक्ता सूचियों और डेटा ब्रोकर वेबसाइटों से अपनी व्यक्तिगत जानकारी हटा लें। अगर आप I would dox myself, जैसी स्टोरी पर काम करने वाले पत्रकार हैं, तो ऐसे मामलों में सावधानी बरतें। गूगल और यांडेक्स में अपने बारे में सब कुछ ऑनलाइन खोजें। ऐसी हर चीज से छुटकारा पाएं जो आपको ढूंढना आसान बनाती हो। उन सभी साइटों से निकल जाएं, जो आपके डेटा को सूचीबद्ध करती है। ‘फेमिली ट्री नाउ‘ FamilyTreeNow एक अच्छी वेबसाइट है। यह बिल्कुल मुफ्त है और यह आपको उन लिस्टिंग से निकालने में मदद करती है।
  • अप्रत्याशित रहें। अपनी दिनचर्या के साथ सहज रहें। जासूसी टीम से बचने की कोशिश करने के बदले उसके लिए आपकी जासूसी करना जटिल बनाएं। इससे जासूसी एजेंसी को अधिक संसाधनों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जो उन्हें महंगा पड़ेगा।
  • सोशल मीडिया पर अपनी भावी योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख न करें। ओस्ट्रोवस्की कहते हैं- “रोनन फैरो काफी चालाकी से काम करते थे। उनका पीछा करना हमारे लिए काफी मुश्किल होता था। हम उनके सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम को देखते थे। उनमें सिर्फ किसी प्रोग्राम के बाद की जानकारी मिलती थी। उनकी योजनाओं के बारे में और वह कहाँ  है, कहां जाएगा, इसके बारे में कुछ पता नहीं चलता था। कई बार वह घर वापस नहीं लौटते थे, लॉस एंजिल्स में रुक जाते थे।”
  • यदि आपके खिलाफ जासूसी लगातार जारी रहे, तो अपने सोशल मीडिया और क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन के माध्यम से उल्टे संदेश देने का काम करें। अपनी छुट्टियों से हफ्तों की पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करें, ताकि जासूसी टीम के लोग यह सोचें कि आप अब भी वहां हैं। उन लोगों को यहां-वहां दौड़ाएं। अपना अलग पता बनाकर मेलर्स के लिए साइन अप करें। येल्प (Yelp) में एक नया व्यवसाय जोड़ें, जिससे भ्रम हो कि आप किसी दूसरे स्थान पर हैं। अपने अगले कदम के बाद अपने पते के लिए पोस्ट बॉक्स का उपयोग करें।

कैसे समझें कि आपकी जासूसी हो रही है?

  • ध्यान दें कि किसी बस या ट्रेन में आपके साथ कौन उसी बस या ट्रेन को पकड़ रहा है। लेकिन इस बारे में लापरवाह दिखने का प्रयास करें।
  • आपके समाने कतार में लगने वाले लोगों पर ध्यान दें।
  • किसी रेस्तरां में जाएं तो मेनू पढ़ने का नाटक करते हुए बाहर खड़े लोगों पर नजर रखे। सड़क पर चलते समय दूसरे रास्ते में मुड़ जाएं। देखें कि कौन आपके पीछे आ रहा है। किसी ब्लॉक को सर्कल न करें, बल्कि जिग-जैग होकर चलें और पीछे वालों पर ध्यान दें।
  • लोगों के जूतों पर ध्यान दें। जासूसी के लिए निकली टीम के लोगों के लिए जूते बदलना कठिन है। इससे यह संकेत मिल सकता है कि वह व्यक्ति उस दिन क्या करने की योजना बना रहा है। ओस्ट्रोवस्की कहते हैं- “निगरानी के लिए निकलने के दौरान मैं गर्मियों में आराम के लिए काले स्नीकर्स और सर्दियों में काले लंबी पैदल यात्रा के जूते पहनना पसंद करता हूं।“
  • किसी मित्र से कहें कि वह आपका पीछा करने वाली कारों की निगरानी करे। खासकर चौराहों पर आपके पीछे आने वाली कारों पर। कभी-कभी खर्च बचाने के लिए हम एक ही कार में काम करते हैं, जबकि कई कारों की एक टीम ज्यादा उपयुक्त होती है। यह आपके लिए जासूसों को पहचानने का एक अवसर देता है। आप या कोई मित्र आपके पीछे की कार पर नजर रख सकते हैं। अगर कोई कार आपके मुड़ने पर सीधे चलती जाए, लेकिन अगले चौराहे पर फिर से प्रकट हो जाए, तो उस पर नजर रखे। अगर ऐसा दो बार होता है, तो समझ लें कि आपका पीछा किया जा रहा है।
  • अति-व्यस्त समय में जासूसी टीम को अपने करीब आने के लिए बाध्य करें। यदि आप एक भीड़भाड़ वाली सब-वे कार में हैं, तो जासूसों को आपकी अगली चाल के बारे में अपनी टीम के बाकी सदस्यों को बताने के लिए आपके नजदीक आना होगा। ऐसे में आप उसे नोटिस कर सकते हैं।
  • निगरानी और डिजिटल ट्रैक संबंधी किताबें पढ़ें। माइकल बेजेल की पुस्तक ‘ओपन सोर्स इंटेलिजेंस तकनीक‘ Open Source Intelligence Techniques”उपयोगी है। ‘एक्सट्रीम प्राइवेसी, व्हाट इट टेक टू डिसएपियर इन अमेरिका‘  Extreme Privacy: What it Takes to Disappear in America भी उन्हीं की पुस्तक है। इनमें कुछ बेहतरीन सुझाव मिल जाएंगे।

जासूसी का पता चलने पर क्या करें?

  • अगर आपको लगता है कि आपकी जासूसी हो रही है और आपको खतरा है, तो पुलिस को सूचित करें। अपने स्रोतों और संपादकों को भी बता दें। अगर आपको तत्काल खतरा हो, तो पुलिस के पास जाना चाहिए। अगर आप पुलिस के पास जाएंगे तो आपको सारा विवरण देना होगा। जैसे- कार का नंबर, रंग और मॉडल, जासूसों का विवरण, उन्हें कब और कहां को देखा गया, इत्यादि।
  • अपना पीछा करने वालों से संपर्क न करें। उन्हें यह एहसास मत होने दें कि आपने उन्हें देखा है। उन्हें उत्तेजित न करें, क्योंकि उन्हें मालूम हो कि आपने पहचान लिया है, तो आपके लिए खतरा बढ़ सकता है। उनकी तरफ कभी ध्यान से मत देखो और उधर ऊँगली भी मत करो। आप एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते रहें। जासूसी टीम को थका दें, ताकि वे बाथरूम भी न जा सकें और न ही आराम कर सकें।
  • सुरक्षा जांच वाले किसी स्थान या हवाईअड्डा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बैठकों की व्यवस्था करें। अपने स्रोत के साथ ऐसी जगह पर मिलें, जहां जाने वालों की पूरी सुरक्षा जांच होती हो। वहां जासूसी टीम के लोग अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अंदर नहीं ले जा सकते हैं। ऐसी जगहों पर आपकी निगरानी करना मुश्किल होगा।
  • यदि आपकी जासूसी सरकारी एजेंटों द्वारा की जा रही हो, तो वकीलों और मानवाधिकार सुरक्षा संस्थाओं से सलाह लें। ‘सिटिजन लैब और इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन‘ ऐसे मामले में काफी कारगर है। यदि किसी विदेशी देश में पुलिस द्वारा आपका पीछा किया जा रहा है, तो आपको दूतावास जाना चाहिए, या फिर ऐसे खतरे से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपके लिए गंभीर जोखिम है।
  • अपने स्रोतों के साथ एन्क्रिप्टेड संचार का उपयोग करें। अगर उससे आपको मिलना है तो सिर्फ एक बार मिलें। शुरुआत में केवल एक बैठक करने का प्रयास करें, जहां आप अपनी निगरानी विरोधी योजना बना सकते हैं। ध्यान रहे कि आपका स्रोत भयभीत न हो जाए। आप उससे मिलने के लिए ऐसी जगहों की तलाश कर सकते हैं जहां पहुंचना मुश्किल हो।
  • जासूसी के खतरे के संबंध में स्रोतों को सचेत करने के लिए बेहद सरलतम कोड या संकेत का उपयोग करें। उसे वास्तविक नाम के बदले उससे मिलते-जुलते दूसरे नाम से बुलाएं। ऐसा होने से आपके स्रोत को पता चल जाएगा कि कुछ गड़बड़ है। ऐसा होने पर आपका स्रोत आपके साथ बातचीत का एजेंडा बदल देगा। वह ऐसी कोई बात नहीं करेगा, जिससे जासूसों को कोई जानकारी मिल सके। जब पहली बार रोनन फैरो को अपनी जासूसी का पता चला, तो उन्होंने अपने स्रोत को एक गुप्त संदेश भेजकर एलर्ट कर दिया। पिछले दिनों रोनन फैरो ने अपने पॉडकास्ट में बताया कि यह गुप्त भाषा हमारे स्रोत को सचेत करने के लिए पर्याप्त थी कि कोई हमारा पीछा कर रहा था।
  • संभव है कि जासूस भी पत्रकार बनकर आपके स्रोत से साक्षात्कार करके पूरी बात का पता लगा लें। जासूसी एजेंसियों ने पूर्व पत्रकारों को ऐसे काम पर रखा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि अन्य पत्रकारों को कौन से स्रोत से सूचना मिल रही है। यहां तक कि एक एजेंसी ने नौकरी के लिए रिपोर्टर का साक्षात्कार करने का नाटक किया है। मुझे एक पत्रकार के लिए नकली साक्षात्कार करने के लिए कहा गया था।

NICAR21 में और रुचि हो तो पूरा शेड्यूल यहां देखा जा सकता है। निगरानी विरोधी सत्र को रिकॉर्ड नहीं किया गया था, लेकिन अन्य रिकॉर्ड किए गए सत्रों को इस लिंक के माध्यम से मार्च 2022 तक देखा जा सकता है। इसके लिए आपको पंजीकरण करना होगा।

इन्हें भी देखें

The Rapid Rise of Phone Surveillance

Digital Self-Defense for Journalists: An Introduction 

GIJN Resource Center: Digital Security


रोवन फिलिप जीआईजेएन के रिपोर्टर हैं। रोवन पूर्व में दक्षिण अफ्रीका के संडे टाइम्स के मुख्य संवाददाता थे। वह एक विदेशी संवाददाता के रूप में काम कर रहे थे, जहां उन्होंने दुनिया भर के दो दर्जन से अधिक देशों से राजनीति, भ्रष्टाचार और संघर्ष की खबरें रिपोर्ट की हैं ।

 

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